समानता

 

 1- राहुल रोज़ ऑफिस के लिए लेट हो जाता था,  जब उससे पूछा तो बोला घर मे बहन नहीं है सब काम मम्मी को अकेले करना पडता है
 मैंने कहा करवा सकते साथ मे, तो उसने कहा ये सब हम करेगे क्या झाड़ू, पोचा, बर्तन 

2-  पड़ोसी की बेटी बीमार प जाती थी बार बार,उसकी मम्मी  उसके बारे मे बात करती हुई बोली लड़की जात होकर बार बार बीमार पर जाती है

 3-  एक साथ काम करने वाला लड़का परेशान था कुछ दिन से मैंने पूछा तो बोला घर मे financial problem चल रही है मैंने कहा तुम्हारी सिस्टर नहीं करती जॉब? वो बोला वो क्यो करेगी मेरी ही जिम्मेदारी है मुझे ही करना है

4-   एक दूसरे साथ कम करने वाली स्टाफ को एक्सट्रा रुकने के लिए कहा  तो बोली घर मे काम है, मैंने पूछा तुम्हारा भाई? उसने कहा की वो तो जॉब करता है वो कैसे करवा सकेगा जबकि जॉब वो खुद भी करती थी 

some stories that hurts.

समानता

                                                                 समानता


 इनमे से पहले वाकिए मे लड़के की उम्र 20 साल थी, दूसरे मे लड़की की 25 साल, तीसरे मे लड़के की 24 साल और लास्ट वाले मे लड़की की उम्र 24 साल,

 मतलब की सभी नई पीढ़ी के समझदार लोग है कोई बड़ी उम्र का इंसान भी नहीं है पर GENDER के आधार पर जो सीमाए है,  वो हमारे समाज मे कपड़े पर लगे हल्दी के दाग जैसे है जो समय के साथ धुँधले तो हो रहे है पर उनके दाग पूरी तरह से नहीं जा रहे है, कहने का मतलब नई पीढ़ी के दिलो दिमाग मे भी ये सभी बाते धुंधली ही सही पर है तो

 चारो वाकयों मे आप देखोगे तो किसी मे लड़के परेशान दिखेगे किसी मे लडकिया जो बस पुरानी सोच को दिमाग मे लाद कर चल रहे है। 

लैंगिक समानता मे परिवार की भूमिका सबसे ज्यादा होती है क्योकि असली भेदभाव की शुरुवात भी वही से होती है, आदमी ही नहीं औरते भी ये भेदभाव करती दिखती है 

समानता का महत्व नई पीढ़ी को भी तब समझ आएगा जब उनके घर के बडे अपनी सोच को  समय के साथ बदलेंगे।

 परिवारों मे इसकी शुरुवात होती है घर और बाहर के कामो को लड़के और लड़की मे बाट देने से, लड़की है तो घर का काम सीखेगी और लड़का है तो बाहर का काम वो ही करेगा और ये भेदभाव कब बालमन पर अंदर तक असर कर जाता है पता ही नहीं चलता और फिर दोनों इसकों एक नियम की तरहे मानने लगते है। 

यहा हम दोनों को दायरों मे बांध देते है आदमी का अलग और औरत का अलग, अगर आदमी इस दायरे से बाहर आने की कोशिश करे तो नामर्द और औरत बाहर आने की कोशिश करे तो बदतमीज़ और चरित्र हींन। 

औरत घर से बाहर समानता महसूस नहीं कर पाएगी जब तक आदमी को घर मे समान नहीं बनाया जाएगा। 

 अगर औरत घर और ऑफिस दोनों को अपनी जिम्मेदारी समझ सकती है तो आदमी क्यो नहीं? जैसे औरत पिंजरे मे फसी हुई महसूस करती है वैसे ही आदमी भी पिंजरे मे फसा हुआ महसूस करता होगा। 

 रोना चाहता होगा तो रो नहीं पाता होगा की कही मर्द मानने से इंकार न कर दे लोग, खाना बनाना अच्छा लगता होगा पर लोंगों के ड़र से नहीं बना पाता होंगा, औरत को परेशान होते देख घर के काम मे मदद करना चाहता होगा पर नहीं कर पाता होगा कि नकारा न समझ ले कोई 

जब वो सारी बाहर की जिम्मेदारिया अपने सर लेते है तो मदद नहीं चाहते होंगे जैसे औरत चाहती है घर मे? 
 
 समझने की बात ये भी है की जिस पुराने समय मे जब लोगो ने ये नियम बनाए थे उस समय और आज मे बहुत अंतर है

 Emma Watson ने कहा है ना कि "Both men and women should feel free to be sensitive. Both men and women should feel free to be strong। 
पर हम ये होने कहा देते है लड़कियो को मजबूत नहीं होने देते और लड़को को संवेदनशील नहीं होने देते है।,,

You may also like -

टिप्पणियाँ

  1. बिल्कुल सही बात है लेकिन आज की साक्षर पीढ़ी भी इस बात को नहीं समझती ना ही स्वीकार करती है उल्टा जो इसे स्वीकार करते है उनका भी मज़ाक उड़ाया जाता है, उनकी खिल्ली उड़ाई जाती है वो भी उन्हीं के दोस्तों द्वारा अगर इस मानसिकता मे बदलाव करना है तो शुरुआत खुद से करनी होगी तभी समाज बदलेगा 🙏🙏🙏

    जवाब देंहटाएं
  2. Not only men are responsible for gender discrimination, but society, policy and politics all play a role in this. Sometimes a woman is not positive about the development of another woman.

    जवाब देंहटाएं
  3. Everything starts with family, whatever someone learns in family, give it back to the society, many people subconsciously think that equality only means to give same educational and working opportunity but somewhere it is far more than that.

    जवाब देंहटाएं
  4. काफी अच्छी बात कही है य
    आपने समानता को लेकर और समानता आज भी कही ना कही हमारे समाज मे औरतो को मिली नही है

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

इंतज़ार

shikhar dhawan ki wife

Introverts ke questions