व्यक्तित्व

 

सौरभ नेहा कहा है? मैंने पूछा था colleague से, 
 उसने कहा आपको पता नहीं वो तो काफी देर से गायब है और वो जो अकाउंटेंट है न वो भी गायब है उसके साथ, 
 मैंने कहा मतलब half day लेकर गए है ना ? 
फिर वो अपनी आवाज़ पर ज़ोर देकर बोला अरे दोनों साथ मे गायब है।
 तब समझ आया कि वो कहना क्या चाहता था । 
वो बस एक अंदाज़ा लगा रहा था किसी के character का सिर्फ इस बात पर कि वो और दूसरा colleague साथ मे leave पर थे जबकि उसको इस बात से कोई मतलब ही नहीं होना चाहिए था और वो इस बात को चटखारे लेकर सुना रहा था। 
पहली बात तो ये कि हम किसी के character को अच्छा या बुरा बताने वाले होते कौन है ? 
और किसी कारण से आपको किसी के बारे मे जानकारी चाहिए भी तो ये कौनसा पैमाना है किसी के व्यक्तित्व को परखने का ? 
ये तो बस एक उदाहरण है इसी तरीके के और भी पैमाने मिल जाएंगे आपको समाज मे-
.   Workplace पर opposite gender अच्छे से बात करे  तो सीधा उनके character पर उंगली उठा दो। 
.   अगर लड़का किसी लड़की को छोड़ने या लेने चला जाए तो उनका कुछ चक्कर है आपस मे। 
.   अगर साथ काम करने वाले opposite gender की leave एक साथ हो जाए तो दोनों साथ है। 
मतलब हम हमारे अंदाजे और छोटी सोच की बदौलत और लोगो का attention पाने के लिए किसी के भी character पर सवाल खड़ा कर देते है, किसी का भी व्यक्तित्व गड लेते है और उसी को दूसरों को भी कहानी कि तरह मज़े से सुनाते है। 

व्यक्तित्व


 किसी के दिमाग मे ख्याल क्यो नहीं आता कि सामने वाले के जीवन पर कितना बुरा असर पड़ता है इसका ,वो mentally ill तक हो सकता है
 इन सब बातो का असर लड़कियो के जीवन पर ज्यादा होता है कई बार माता पिता ये सब सुनकर पढ़ाई रुकवा देते है, घर से बाहर निकलना बंद कर दिया जाता है,पढ़ाई रुकवाकर ज़बरदस्ती शादी करवा दी जाती है और कई बार females depression का शिकार तक हो जाती है 
 और ये सब शुरू होता है खुद से ज्यादा दूसरों के जीवन मे दिलचस्पी लेने से।

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टिप्पणियाँ

  1. Ekdum sahi aur relatable story hai sabhi un logo ke liye jaha girl & boy sath work karte hai, Jaisa story me btaya hai kuch is tarha he Ladkiyo ke upar comment kiye jate hai agar wo kisi boy se baatein karne lage, ye actually Bachpan se he in logo ki bloodstream me add ho jata hai jab ye log chote hote hai aur school me girls se baatein nahi kar pate aur ye soch bana lete hai ki baate hona matlab like hona ya Girlfriend ban jana same he hai. Koi ladka jab ladki se baat karega fir ye Character Certificate denge dono ko, Aise soch wale log har jagha aaram se mil jate hai.

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  2. लड़कों के साथ भी होता है ये कई बार पर हाँ ल़डकियों के साथ ज्यादा होता है

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